Friday 28 July 2017

कक्षा ९ - हिंदी (ब) संचयन - पाठ २ - स्मृति (प्रश्न - उत्तर) (#cbseNotes)

स्मृति
(प्रश्न - उत्तर)

कक्षा ९ - हिंदी (ब) संचयन - पाठ २ - स्मृति (प्रश्न - उत्तर) (#cbseNotes)

लेखक श्रीराम शर्मा

प्रश्न १:  भाई के बुलाने पर घर लौटते समय लेखक के मन में किस बात का डर था?

उत्तर: भाई के बुलाने पर घर लौटते समय लेखक के मन में यह डर था कि भाई साहब बेर खाने के अपराध में लेखक को ना मारे|  लेखक डरते डरते घर पहुंचा उसे समझ नहीं आ रहा था कि आज कौन सा कसूर हुआ है |


प्रश्न २: मक्खनपुर पढ़ने जाने वाली बच्चों की टोली रास्ते में पड़ने वाले कुएं में ढेला क्यों फेंकती  थी?

उत्तर: मक्खनपुर पढ़ने जाने वाली बच्चों की टोली रास्ते में पड़ने वाले कुए में ढेला  इसलिए फेंकती थी क्योंकि उस कुएं में एक सांप रहता था|  जिसे जब वे ढेला मारते थे तो वह फुसकारता था, जिससे वे प्रसन्न होते थे|



प्रश्न ३: 'सांप ने फुसकार मारी या नहीं; ढेला उसे लगा या नहीं; यह बात अब तक स्मरण नहीं' - यह कथन लेखन की किस मनोदशा को प्रकट करता है?

उत्तर: 'सांप ने फुसकार मारी या नहीं; ढेला उसे लगा या नहीं; यह बात अब तक स्मरण नहीं' |  यह कथन लेखक की इस मनोदशा को स्पष्ट करता है कि वह बहुत डरा और घबराया हुआ था|  क्योंकि लेखक से भाई साहब की चिट्ठियां कुएं में गिर गई थी| कुएं में सांप के काटने का दर और चिट्ठियां ना मिलने पर भाई साहब की मार भय उसे सता रहा था|


प्रश्न 4 : किन कारणों से लेखक ने चिट्ठियों को कुएं से निकालने का निर्णय लिया?

उत्तर: लेखक को चिठियाँ भाई साहब ने डाक में डालने के लिए दी थी |  लेखक से ये चिठियाँ कुएं में गिर गई थी|  लेखक ने  उन्हें पुनः  निकलने  का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि लेखक को मार का डर था|  जिसके कारण उसने सोचा कि मैं झूठ बोल देगा परंतु उस समय लेखक को झूठ बोलना नहीं आता था| 


प्रश्न ५ : लेखक ने क्या क्या युक्तियां अपनाई?

उत्तर: सांप का ध्यान बटाने के लिए लेखक ने निम्न युक्तियां अपनाई: 
उसने सांप पर मिटटी गिराई| चिठियों  को उठाने के लिए डंडे का प्रयोग किया|  सांप को उसके आसन (जगह) से हटाने के लिए उस पर लाठी से हमला करवाया| 


प्रश्न  ६ : मनुष्य का अनुमान और भावी योजनाएं कभी कभी कितनी मिथ्या और उलटी निकलती है|  आशय  स्पष्ट कीजिए|  

उत्तर : मनुष्य हर स्थिति से निपटने के लिए अपना अनुमान लगाता है|  भविष्य के लिए योजनाएं भी बनाता है पर यह सब योजनाएं हर बार सफल नहीं हो पाती|  लेखक ने भी कुएं में उतरने के लिए अनेक योजनाएं बनाई|  साथ ही साथ उसने यह भी अनुमान लगाया सांप को मार देगा|  पर भविष्य की कल्पना और वास्तविकता में काफी अंतर होता है|  सारी योजनाएं कुएं में उतरने से पहले की थी|  जब लेखक की मुलाकात सांप से हुई तब सारी योजनाएं उल्टी पड़ गई|   सांप को देख कर वह एक पल के लिए डर गया | लेकिन उसने अपने कर्म के प्रति जागरूकता रखती इसलिए उस काम को भी उन्होंने किया जिसमें उसकी जान भी जा सकती थी| 

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